मानव जीवन का सत्य: क्या सच में साथ जाता है धन, यश या सिर्फ कर्म?

जीवन का उद्देश्य, अकेला व्यक्ति श्मशान की ओर जाता हुआ, जीवन की नश्वरता को दर्शाता चित्र

जीवन का उद्देश्य : सचेत हो जाओ! यह जीवन एक अवसर है, इसे व्यर्थ मत जाने दो जब तक शरीर तंदुरुस्त है, जब तक साँसें चल रही हैं, जब तक नाम, पैसा, पद और प्रतिष्ठा है — लोग पूछते हैं, सम्मान करते हैं, सराहना करते हैं। लेकिन जैसे ही शरीर ने साथ छोड़ा, जैसे ही … Read more

शराब क्यों न पिएं? – एक विनाशकारी आदत और उसका आध्यात्मिक विकल्प

Dangers of alcohol: Man drinking alcohol looking distressed with shadow of a broken heart

शराब के नुकसान: एक आदत जो शरीर, बुद्धि और सम्मान को नष्ट कर देती है आज के समय में बहुत से लोग तनाव, दुःख या मौज-मस्ती के नाम पर शराब का सेवन करते हैं। पर क्या कभी आपने ठहरकर सोचा है — शराब पीकर आखिर हासिल क्या होता है? कहते हैं — “थोड़ी-सी पी ली, … Read more

सच्चे मित्र कौन? – अच्छे आचरण की रक्षा और कुसंग से दूरी क्यों ज़रूरी है?

True friends guiding each other towards good conduct

सच्चे मित्र और अच्छे आचरण का महत्व मनुष्य के जीवन में संगति और मित्रों का विशेष महत्व होता है। हमारे आचरण, विचार और भावनाएं बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करती हैं कि हम किन लोगों की संगति में समय बिता रहे हैं। आपने सही कहा — “मित्र वही है जो कुमार से हटाकर … Read more

जप करते समय नींद आए तो क्या करें? भोजन और दिनचर्या का समाधान

Why Do You Feel Sleepy While Chanting? Fix Your Diet & Routine

क्या आप जप/भजन करते समय नींद से जूझ रहे हैं? यदि हाँ, तो इसका मुख्य कारण तामसिक भोजन और अनियमित दिनचर्या हो सकता है। जानिए कैसे सात्विक आहार और सही विधि से नींद पर विजय पाएँ। 1. भोजन का प्रभाव: सात्विक vs तामसिक 🔴 न करें (तामसिक भोजन): प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा बासी, अधिक तेल-मिर्च वाला खाना ज्यादा मसालेदार या … Read more

रिश्तों में लड़ाई आए तो क्या करें? भागवत भाव से जुड़े रहने का मंत्र

Angry couple pausing to pray together during argument

रिश्तों में लड़ाई, रिश्तों में टकराव आए तो क्या करें? भागवत भाव से जुड़े रहने का मंत्र जीवन में हर रिश्ते—चाहे पति-पत्नी, माता-पिता, या मित्र—कभी-कभी मनमुटाव और तनाव से गुजरते हैं। ऐसे में यदि भागवत भाव (ईश्वर-केंद्रित दृष्टि) न हो, तो रिश्ते टूटने लगते हैं। क्यों नाराजगी होती है? जब हम अनुकूलता (सुख-सुविधा) की अपेक्षा करते हैं, पर प्रतिकूलता (विपरीत व्यवहार) मिलती है। उदाहरण: आपने … Read more

धर्म का मार्ग: काँटों पर चलना कठिन क्यों लगता है (पर अंत में विजय सच्चाई की ही होती है)

दो रास्ते: 'धर्म' लिखा काँटों भरा मार्ग और 'अधर्म' लिखा फूलों से सजा मार्ग

दो रास्तों का भ्रम आज के युग में, सत्य और धर्म का मार्ग कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है: 🌹 फूलों जैसा – उनके लिए जो छल-कपट से सुख पाते हैं (क्षणिक सुख) 🌵 काँटों जैसा – उनके लिए जो धर्म पर चलते हैं (क्षणिक संघर्ष) लेकिन शास्त्रों का वचन है: “जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है।” धर्म … Read more

धर्म और दाम्पत्य जीवन: क्या पत्नी के पूजा-पाठ का फल पति को मिलता है?

Does a wife’s worship benefit her husband? Ancient Hindu scriptures reveal the truth about shared spiritual merit in marriage

धर्म और दाम्पत्य जीवन: क्या पत्नी के पूजा-पाठ का फल पति को मिलता है? प्राचीन शास्त्रों के अनुसार स्पष्टीकरण शास्त्रों में “दांपत्य धर्म” की व्याख्या करते हुए कहा गया है कि: पति के पुण्य का लाभ पत्नी को स्वतः मिलता है – जैसे गंगा स्नान करने वाले का पुण्य उसके परिवार को भी प्राप्त होता है। पत्नी के … Read more

अनेतिक संभंध भारतीय परिवारों को कैसे नष्ट कर रहे हैं

Traditional Indian couple in wedding attire vs modern couple arguing about infidelity

जहाँ सीता ने राम के साथ वनवास स्वीकार किया और सावित्री ने यमराज से सत्यवान के प्राणों की रक्षा की, आज के विवाह विश्वासघात के बोझ तले दरक रहे हैं। ‘पतिव्रता धर्म’ की अवधारणा को अप्रासंगिक बताया जा रहा है, जबकि तलाक की अदालतें विवाहेतर संबंधों से उपजे मामलों से भरी पड़ी हैं।   प्राचीन … Read more